बिहार मंत्रिमंडल का बुधवार को विस्तार किया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल में सात नए चेहरों को जगह दी है जिनका शपथ ग्रहण शाम 4 बजे राजभवन में हुआ. राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सभी नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. मंत्री बनने वालों में सभी 7 विधायक भाजपा कोटे से हैं. शपथ समारोह में नीतीश कुमार के साथ ही एनडीए के कई बड़े नेता मौजूद रहे.
इन्हें बनाया गया मंत्री
मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नेताओं में सबसे पहले संजय सरावगी ने शपथ ली. उन्होंने मैथिलि में शपथ ली. संजय सरावगी दरभंगा से विधायक हैं. वे मारवाड़ी समुदाय से हैं. उनके बाद बिहारशरीफ से पांच बार के विधायक सुनील कुमार ने शपथ ली. वे कोयरी जाति से आते हैं. तीसरे नंबर पर जाले से भाजपा विधायक जीवेश मिश्रा ने शपथ ली. वे भूमिहार जाति से आते हैं और पहले भी मंत्री रह चुके हैं. उन्होंने मैथिलि में शपथ ली.
राजपूत जाति से आने वाले और साहेबगंज से विधायक राजू सिंह ने चौथे नंबर पर शपथ ली. उनके बाद रीगा (सीतामढ़ी) से विधायक मोतीलाल प्रसाद ने शपथ ली. वे वैश्य समाज से आते हैं. अमनौर से भाजपा विधायक कृष्ण कुमार मंटू को भी मंत्री बनाया जाएगा. वे कुर्मी जाति से हैं और हाल ही में पटना में कुर्मी समाज की एक बड़ी रैली की थी. सबसे अंत में सिकटी (अररिया) से भाजपा विधायक विजय मंडल ने शपथ ली जो अति पिछड़ा समाज से हैं. उनके जाति केवट है.
पूरा हुआ 36 मंत्रियों का कोटा
दरअसल, 243 सदस्यीय विधानसभा में 36 मंत्री हो सकते हैं. अब तक इसमें 30 मंत्री थे, जिनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दो उपमुख्यमंत्री शामिल हैं. बिहार की एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल का आखिरी विस्तार 15 मार्च, 2024 को हुआ था, जब 21 मंत्रियों ने शपथ ली थी. इसमें नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) से नौ और सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से 12 को मंत्री के रूप में शामिल किया गया था. इसके पहले 28 जनवरी, 2024 को नीतीश कुमार महागठबंधन से नाता तोड़कर भाजपा के साथ वापस चले गए थे और मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. साथ ही कुछ नेताओं को मंत्री बनाया गया था. उसके 46 दिन बाद नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था. अब करीब 13 महीने बाद फिर से नए मंत्रियों को शपथ दिलाई गई.
भाजपा के हुए सबसे ज्यादा मंत्री
कैबिनेट विस्तार के बाद अब नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 36 मन्त्री हो गए हैं. इसमें भाजपा कोटे से सबसे ज्यादा मंत्री हैं. भाजपा से जहां 21 मंत्री हैं वहीं जदयू कोटे से सिर्फ 13 मंत्री हैं. एक मंत्री हम से संतोष सुमन हैं तो निर्दलीय सुमित सिंह भी मंत्री हैं. ऐसे में बिहार में एनडीए सरकार में भले ही मुख्यमंत्री की कुर्सी जदयू के नीतीश कुमार के पास हो लेकिन मंत्रियों की संख्या के लिहाज से भाजपा के सर्वाधिक मंत्री हैं.