
पटना (एम ए न्यूज डेस्क ) बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर सियासी घमासान चरम पर है. राष्ट्रीय जनता दल की वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण के खिलाफ तीखा विरोध जताया है. इस बीच, उन्होंने बड़ा दावा किया कि उनके बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की जान को खतरा है और उन पर चार बार हमले की कोशिश हो चुकी है.
राबड़ी देवी ने लगाया बड़ा आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी ने बीजेपी और जेडीयू पर साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, “हम निश्चित रूप से विरोध करेंगे क्योंकि यह बिहार की जनता का सवाल है.
तेजस्वी यादव को 4 बार जान से मारने की कोशिश की गई है. बिहार की जनता, गरीबों का सवाल है हम विरोध करेंगे. जो लोग बाहर गए हैं उन्हें तो वोटर आईडी कार्ड नहीं मिलेगा और वे वोट से वंचित हो जाएंगे इसलिए हम लोग घेराव कर रहे हैं.
राबड़ी देवी, आरजेडी नेता व पूर्व मुख्यमंत्री
काली साड़ी में राबड़ी देवी का प्रदर्शन
बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान आरजेडी और अन्य विपक्षी दलों ने SIR के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. काली साड़ी में पहुंची राबड़ी देवी के नेतृत्व में विधान परिषद के बाहर काले कपड़े पहनकर विधायकों ने नारेबाजी की और मतदाता सूची से नाम काटे जाने को लोकतंत्र के खिलाफ साजिश करार दिया.
चुनाव आयोग से राबड़ी की मांग
राबड़ी ने कहा, “4 करोड़ लोग जो काम के लिए बिहार से बाहर गए हैं, उनका वोटर आईडी कार्ड नहीं मिलेगा और वे मतदान से वंचित रह जाएंगे.” उन्होंने मांग की कि चुनाव आयोग इस प्रक्रिया को तत्काल रोके, अन्यथा विरोध और तेज होगा.
चुनाव आयोग पर सवाल
विपक्ष का आरोप है कि SIR के नाम पर गरीब और प्रवासी मतदाताओं को निशाना बनाया जा रहा है. राबड़ी देवी ने कहा कि बिहार में लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश हो रही है और सरकार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है. उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से जवाब मांगा और कहा कि जनता के वोट के अधिकार को छीनने की साजिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस बीच, तेजस्वी यादव ने भी SIR को धोखाधड़ी करार देते हुए चुनाव बहिष्कार की संभावना जताई